UP Election 2022: चौथे चरण का प्रचार अभियान समाप्त, 23 फरवरी को 59 सीटों पर होगा मतदान
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण का प्रचार अभियान सोमवार शाम को समाप्त हो गया। चौथे चरण में राज्य के 9 जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में 23 फरवरी को मतदान होगा। चौथे चरण में कुल 624 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इस चरण में बुधवार 23 फरवरी को जिन नौ जिलों में मतदान होना है, उनमें – पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा और फतेहपुर- शामिल हैं। प्रदेश में हुये 2017 के विधानसभा चुनावों में इस 59 सीटों में से 51 पर भाजपा जीती थीं, उसके बाद समाजवादी पार्टी को चार जबकि बहुजन समाज पार्टी को तीन सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने एक सीट जीती थी।
चौथे चरण के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को हरदोई और उन्नाव में समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला किया। मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) को घोर परिवारवादी और आतंकवादियों का समर्थक करार देते हुए कहा कि हमें ऐसे राजनीतिक दलों से सतर्क रहना है जो अपनी कुर्सी के लिए देश को दांव पर लगा देते हैं और देश की सुरक्षा से भी खिलवाड़ करते हैं। प्रधानमंत्री ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि पिछले अनेक दशकों से हमारा देश आतंकवाद का कहर झेलता रहा है। उन्होंने कहा था कि जिहादी संगठनों की कुदृष्टि हमारी धरती, हमारी संस्कृति और हम लोगों पर लगातार रही है।
मोदी ने आरोप लगाया था ”जितने भी धमाके हुए सब समाजवादी पार्टी के चुनाव निशान साइकिल पर रखकर किये गये और मैं हैरान हूं कि उन्होंने (आतंकियों) साइकिल को क्यों पसंद किया, 2006 में काशी में बम धमाका हुआ था, संकट मोचन मंदिर में धमाका किया गया, कैंट रेलवे स्टेशन पर हमला किया गया और तब उप्र में समाजवादी पार्टी की सरकार थी।”
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सत्तारूढ़ भाजपा पर अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली के साथ ‘सौतेला व्यवहार’ करने का आरोप लगाते हुए लोगों से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को वोट देने की अपील की। सोनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कोविड-19 महामारी के दौरान खराब प्रबंधन करने का आरोप भी लगाया।
सोनिया ने विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के प्रचार के अंतिम दिन अपने वर्चुअल संबोधन में कहा “यह बहुत महत्वपूर्ण चुनाव होने जा रहा है क्योंकि पिछले पांच वर्षों के दौरान हमने एक ऐसी सरकार देखी है जिसने लोगों को बांटने के सिवा और कोई काम नहीं किया।” चौथे चरण में कुछ प्रमुख उम्मीदवार, जिनकी प्रतिष्ठा दांव पर है, उनमें उप्र के कानून मंत्री बृजेश पाठक हैं, जो लखनऊ छावनी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, और दो बार के सभासद सुरेंद्र सिंह गांधी उर्फ राजू गांधी का सामना करेंगे। 2017 के उप्र विधानसभा चुनाव में पाठक ने लखनऊ मध्य विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी।
लखनऊ पूर्व विधानसभा क्षेत्र से उप्र के एक और मंत्री आशुतोष टंडन मैदान में हैं। सरोजिनीनगर विधानसभा सीट पर भाजपा द्वारा मैदान में उतारे गए ईडी के पूर्व अधिकारी राजेश्वर सिंह और सपा सरकार में पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा के बीच मुकाबला होगा। लखनऊ उत्तर सीट पर भाजपा के टिकट पर डा नीरज बोरा दूसरी बार अपनी किस्मत आजमा रहें हैं । यहां उनका मुकाबला छात्र नेत्री समाजवादी पार्टी की पूजा शुक्ला से हैं। उप्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल को भी इस चरण में चुनावी परीक्षा का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने हाल ही में कुछ समय पहले सपा छोडकर भाजपा का दामन थामा है।
कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले रायबरेली में भी इस चरण में मतदान होगा, जिसमें रायबरेली से भाजपा की अदिति सिंह मैदान में हैं। इससे पहले अदिति सिंह कांग्रेस के साथ थीं। हरचंदपुर विधानसभा क्षेत्र (रायबरेली में) से कांग्रेस के पूर्व विधायक राकेश सिंह, जो भाजपा में शामिल हो गए हैं, इस बार भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। तीन अक्टूबर को किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों के मारे जाने के बाद सुर्खियों में आए लखीमपुर में भी इस चरण में मतदान होगा।
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक पराजय का दावा करते हुए सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना सामान गोरखपुर ले जाने के लिए पैकर्स एंड मूवर्स को बुलाया है और 11 मार्च का एयर टिकट भी खरीद लिया है।
अखिलेश ने हरदोई के संडीला में सपा गठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभा में मौजूदा विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक पराजय होने का दावा करते हुए मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधा और कहा “अभी सुनने को मिला है कि हमारे मुख्यमंत्री ने पीएम को बुलाया है। पीएम का मतलब पैकर्स एंड मूवर्स से है जो लोग घर का सामान एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाते हैं।” चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साइकिल को आतंकवाद से जोड़े जाने को ‘गरीबों पर चोट’ करार देते हुए उत्तर प्रदेश में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में भाजपा विरोधी धड़े का साथ देने का संकेत दिया।