UP MLC Election : डिप्टी CM केशव मौर्य समेत बीजेपी के 9 और सपा के चार प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित
लखनऊ. यूपी विधान परिषद की 13 सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया चल रही थी. इस बीच यूपी विधानसभा के विशेष सचिव एवं निर्वाचन अधिकारी बृज भूषण दुबे ने नाम वापसी की समय सीमा समाप्त होने के बाद सभी 13 प्रत्याशियों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया. 13 सीटों में से नौ पर भारतीय जनता पार्टी और चार पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली है. वैसे मतदान 20 जून को होना था.
निर्वाचन अधिकारी बृज भूषण दुबे ने बताया कि सोमवार (13 जून) को दोपहर तीन बजे तक नामांकन वापसी की अंतिम तिथि समाप्त हो जाने के बाद सभी 13 प्रत्याशियों को विधान परिषद के सदस्य हेतु निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है. दरअसल यूपी विधान परिषद की 13 सीटों के लिए सिर्फ 13 लोगों ने नामांकन किया था. इस वजह से आज ही ऐलान कर दिया गया है. वहीं, निर्वाचन अधिकारी बृज भूषण दुबे द्वारा विधान परिषद सदस्य के लिए निर्वाचित किए गए सभी प्रत्याशियों को निर्वाचन प्रमाण-पत्र सौंप दिए गए हैं. इसके अलावा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद निर्वाचित हुए सभी सदस्यों को हार्दिक बधाई दी है. उन्होंने कहा, ‘पूर्ण विश्वास है कि आप सभी की कर्मठता व जन सेवा के प्रति प्रतिबद्धता उच्च सदन की गरिमा को अभिवर्धित करेगी. आप सभी के उज्ज्वल कार्यकाल के लिए अनेकानेक मंगलकामनाएं.’
भाजपा के इन सदस्यों को मिली जीत
यूपी विधान परिषद चुनाव के लिए भाजपा के नौ प्रत्याशी मैदान में उतारे थे, जिसमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के अलावा जेपीएस राठौर, दानिश आजाद अंसारी, चौधरी भूपेंद्र सिंह, दयाशंकर मिश्र दयालु, जसवंत सैनी, मुकेश शर्मा और बनवारी लाल दोहरे का नाम शामिल है. यह सभी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. भाजपा की तरफ से उतारे गए प्रत्याशियों में सात मंत्री शामिल हैं. वैसे भाजपा ने समाज के हर जाति वर्ग को अपनी सूची में जगह दी है. इस बार चार ओबीसी, एक ब्राह्मण, एक दलित, एक मुस्लिम और एक क्षत्रिय को विधान परिषद भेजा है.
सपा के स्वामी प्रसाद मौर्य समेत जीते ये प्रत्याशी
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी विधान परिषद के लिए यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और मैनपुरी की करहल सीट के पूर्व विधायक सोबरन सिंह यादव के बेटे मुकुल यादव के अलावा मोहम्मद शहनवाज खान और मोहम्मद जासमीर अंसारी को टिकट दिया था. यह सभी भी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. समाजवादी पार्टी ने 2 ओबीसी और दो मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में उतारे थे और इसके बाद सपा में अंदरखाने जमकर बवाल मचा था.