पुतिन के खिलाफ बगावत करने वाले वागनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन की विमान हादसे में मौत
रूस की प्राइवेट आर्मी वागनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन की विमान दुर्घटना में मौत की खबर सामने आई है।रिपोर्ट की मानें तो रूस के करीब हुए एक विमान दुर्घटना में प्रिगोझिन सहित 10 अन्य लोगों की मौत हुई है।कहा जा रहा है कि प्रिगोझिन भी इसी विमान में सवार थे। हाल ही में रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ हुई बगावत के बाद प्रिगोझिन को देश से बाहर कर दिया गया था।
कौन थे येवगेनी प्रिगोजिन?
प्रिगोजिन वागनर समूह के मुखिया थे। यह एक तरह की निजी सेना है, जो रूस की सेना की मदद करती है।प्रिगोजिन इससे पहले एक रेस्तरां चलाते थे। कहा जाता है कि इस रेस्तरां में पुतिन भी खाने के लिए आते थे और यहीं से दोनों के बीच दोस्ती बढ़ी।प्रिगोजिन पर युद्ध अपराध और मानवाधिकारों के उल्लंघन से जुड़े कई आरोप लगते रहे हैं। इससे पहले कई युद्धों में उनका वागनर समूह सक्रिय रहा है।
रूसी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, रूस की विमानन एजेंसी रोसावियात्सिया ने कहा कहा क टवर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में यात्रियों में येवगेनी प्रिगोझिन भी शामिल थे।हादसे में मारे गए लोगों में प्रिगोझिन सहित 7 लोग और 3 चालक दल के सदस्य शामिल थे।स्थानीय निवासियों ने दुर्घटना से पहले दो धमाके सुने और आसमान में धुआं उड़ता देखा था। सूचना पर पहुंचे सुरक्षा बलों ने मौके से 4 शव बरामद भी कर लिए हैं।
साल 2014 में हुई थी वागनर समूह की स्थापना
प्रिगोझिन ने कथित तौर पर पुतिन के निर्देशों के बाद 2014 में वागनर समूह की स्थापना की थी और इसकी सेनाएं पहली बार क्रीमिया पर रूस के आक्रमण के दौरान तैनात की गई थीं।आरोप है कि निजी सेना ने पहले सीरिया, लीबिया, माली और मध्य अफ्रीकी गणराज्य में सख्त कार्रवाई की थी।पिछले साल प्रिगोझिन ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान गुप्त रूप से एक हिंसक समूह की स्थापना और नेतृत्व करने की बात स्वीकार की थी।
प्रिगोजिन का आरोप था कि वागनर के प्रशिक्षण कैंप पर क्रेमलिन के आदेश पर मिसाइलों से हमले किए गए थे।प्रिगोजिन का कहना था कि इन हमलों में उसके कई सैनिक मारे गए हैं और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई सोइगु, रूसी सैन्य जनरलों के साथ मिलकर वागनर ग्रुप को तबाह करना चाहते थे।इससे पहले भी प्रिगोजिन ने वीडियो साझा कर रूसी रक्षा मंत्रालय पर उनके सैनिकों को पर्याप्त हथियार और संसाधन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया था।