प्रधानमंत्री मोदी से सवाल पूछने वालीं पत्रकार के उत्पीड़न पर व्हाइट हाउस ने जताया एतराज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान उनसे सवाल पूछने वालीं पत्रकार सबरीना सिद्दीकी का सोशल मीडिया पर उत्पीड़न किए जाने पर व्हाइट हाउस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।व्हाइट हाउस ने मामले की निंदा करते हुए कहा कि यह अस्वीकार्य है और लोकतंत्र के सिद्धांतों के विपरीत है।गौरतलब है कि वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की पत्रकार सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री मोदी से भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति से जुड़ा सवाल पूछा था।
व्हाइट हाउस ने क्या कहा?
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में रणनीतिक संचार के समन्वयक जॉन किर्बी ने कहा, “हम उत्पीड़न की रिपोर्ट्स से अवगत हैं। यह अस्वीकार्य है। व्हाइट हाउस कहीं भी और किसी भी परिस्थिति में पत्रकारों के उत्पीड़न की निंदा करता है। पत्रकारों का उत्पीड़न लोकतंत्र के सिद्धांतों के विपरीत है।”दरअसल, व्हाइट हाउस में सोमवार को हुई प्रेस वार्ता के दौरान WSJ के एक पत्रकार ने किर्बी से उनकी सहयोगी सिद्दीकी के उत्पीड़न पर प्रतिक्रिया पूछी थी।
पत्रकार ने प्रधानमंत्री मोदी से क्या सवाल किया था?
सिद्दीकी ने व्हाइट हाउस में 23 मई को आयोजित भारत और अमेरिका की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया था।उन्होंने पूछा था कि भारत सरकार देश में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों और बोलने की आजादी को बनाए रखने के लिए क्या कदम उठा रही है।इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी मीडिया के सवालों के उत्तर दिए थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्या जवाब दिया था?
प्रधानमंत्री मोदी ने सवाल का जवाब देते हुए कहा था, “भारत और अमेरिका दोनों के DNA में लोकतंत्र है। हमारी सरकार लोकतंत्र के मूल्यों के आधार पर बने संविधान पर चलती है।”उन्होंने कहा था, “हमने सिद्ध किया है कि लिंग, धर्म, जाति और किसी भी अन्य आधार पर भारत में कोई भेदभाव नहीं है। जब हम लोकतंत्र को स्वीकार करते हैं, लोकतंत्र को जीते हैं, तब भेदभाव का कोई सवाल ही नहीं उठता है।”