Worshiping Hanuman ji: क्‍यों हनुमान जी की पूजा शाम को ज्‍यादा फलदायी होती हैं? तीसरे बड़े मंगल पर महाबली की ऐसे करें आराधना

Worshiping Hanuman ji: क्‍यों हनुमान जी की पूजा शाम को ज्‍यादा फलदायी होती हैं? तीसरे बड़े मंगल पर महाबली की ऐसे करें आराधना

Worshiping Hanuman ji:  कलियुग के जागृत देवता अगर कोई है तो वो हैं हनुमान जी. जिनकी पूजा-अराधना करने से सारे देवी-देवता एक साथ प्रसन्‍न होते हैं. क्‍योंकि हिन्‍दू धर्म शास्‍त्रों में वर्णित है कि हर देवता की शक्ति हनुमान जी में किसी ना किसी रूप में समाहित है. भगवान शंकर के रुद्रावतार, प्रभु राम के संकट मोचक, विभीषण को भगवान राम से मिलाने वाले, मां जानकी के संताप को हरने वाले हनुमान जी की पूजा आज तीसरे बड़े मंगल पर की जा रही है.

हमारे हिन्‍दू ग्रंथों और शास्‍त्रों में वर्णित है कि हर देवी-देवता की आराधना करने का एक निश्चित समय होता है. उस समय उनको याद करना, उनकी पूजा ज्‍यादा फलदायी और मनोकामना पूरा करने वाली होती है. उसी तरह हनुमान जी की पूजा शाम को करने से यह विशेष महत्‍व की हो जाती है.

Worshiping Hanuman ji: शाम के समय हनुमान जी की पूजा क्यों करनी चाहिए

रामायण के अनुसार, राम और रावण के बीच युद्ध के बाद विभीषण को भगवान हनुमान से गहरा स्नेह हो गया था और रावण की मृत्यु के बाद विभीषण ने हनुमान जी से लंका में ही विराजने का अनुरोध किया.

उस समय भगवान राम के समर्पित अनुयायी होने की वजह से भगवान हनुमान ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, लेकिन विभीषण के बहुत अनुरोध के बाद हनुमान जी ने उनका आग्रह स्वीकार कर लिया और दिन के समय उन्होंने नियमित रूप से लंका जाने और शाम को अयोध्‍या  वापस लौटने का वादा किया. ऐसा कहा जाता है कि जिस समय हनुमान जी अयोध्‍या में होते हैं उस समय की पूजा विशेष मानी जाती है. इसी वजह से हनुमान जी की पूजा शाम के समय ही करने का पूर्ण फल मिलता है.

Worshiping Hanuman ji: पूजन विधि

वैसे तो हर दिन हनुमान जी की पूजा करने से आयु, बल, बुद्धि बढ़ती है. लेकिन बड़े मंगल पर हनुमान जी की विशेष आराधना से जीवन के हर संकट से मुक्ति मिलती है. बड़े मंगल को व्रत रखकर हनुमान जी की पूजा अर्चना करनी चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. बजरंग बाण का भी पाठ करना लाभकारी होता है. हनुमान जी को लाल रंग का चोला बहुत प्रिय है. स्नान करके हनुमान जी को रोली चंदन का तिलक लगाएं. लाल वस्त्र का दान करने पर विशेष फल प्राप्त होता है.

Worshiping Hanuman ji: बारह नाम , उनके अर्थ और उनका महत्व

  • हनुमान – जिनकी ठोड़ी टूटी हो
  • रामेष्ट – श्री राम भगवान के भक्त
  • उधिकर्मण – उद्धार करने वाले
  • अंजनीसुत – अंजनी के पुत्र
  • फाल्गुनसखा – फाल्गुन अर्थात् अर्जुन के सखा
  • सीतासोकविनाशक – देवी सीता के शोक का विनाश करने वाले
  • वायुपुत्र – हवा के पुत्र
  • पिंगाक्ष – भूरी आँखों वाले
  • लक्ष्मण प्राणदाता – लक्ष्‍मण के प्राण बचाने वाले
  • महाबली – बहुत शक्तिशाली वानर
  • अमित विक्रम – अत्यन्त वीरपुरुष
  • दशग्रीव दर्प: – रावण के गर्व को दूर करने वाले

Worshiping Hanuman ji: ऐसे करें पूजा

साधक सुबह जल्दी उठकर स्नान करें. यदि व्रत रखना है, तो सुबह ही व्रत का संकल्प लें. हनुमान जी को लाल रंग का चोला अर्पित करें. उन्हें स्मरण करते हुए एक दीपक जलाएं. बूंदी के लड्डुओं का भोग लगाएं. तुलसी और गुलाब के फूलों की माला अर्पित करें. उनके किसी मंदिर जाएं और उनका आशीर्वाद लें. इस दिन भगवान हनुमान को चमेली का तेल, सिंदूर और चोला चढ़ाना बेहद शुभ माना जाता है. 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें. भाव के साथ हनुमान जी की आरती करें. सभी समस्याओं को दूर करने के लिए ‘ॐ हं हनुमते नमः’ का 108 बार जाप करें।

Worshiping Hanuman ji: हनुमान जी के मंत्र


भय नाश करने के लिए हनुमान मंत्र  

हं हनुमंते नम:।

स्वास्थ्य के लिए मंत्र  
नासै रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा

संकट दूर करने का मंत्र
ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।

Bal Hanuman Ji: बाल रूप में विराजते हैं हनुमान जी इस मंदिर में, ऐसे हुए प्रकट, भक्‍तों के संकट पल भर में करते दूर

कर्ज मुक्ति के मंत्र 
ॐ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा।

मनोकामना के लिए मंत्र 
ॐ महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते. हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये। नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा।

प्रेत भुत बाधा के लिए मंत्र 
हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल: अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।

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